B.Ed Course New Rules 2025: 2 वर्षीय B.Ed कोर्स और पुराने 4 वर्षीय इंटीग्रेटेड कोर्सेस पर अब रोक, NCTE की नई गाइडलाइन से सिर्फ1 साल में होगा B.Ed देखें नए नियम?

By akhilesh Roy

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B.Ed Course New Rules 2025: शिक्षक बनना हुआ और भी आसान, क्योंकि अब 2 साल की .Ed कोर्स और पुराने 4 वर्षीय इंटीग्रेटेड कोर्सेस पर अब रोक, अब नहीं करना पड़ेगा 4 साल तक तैयारी और ना ही असाइनमेंट कंप्लीट करने की झकझक सिर्फ 1 साल में हो जाएंगे टीचर बनने के काबिल, जी हां आप बिल्कुल सही सुन रहे हैं,NCTE की नई गाइडलाइन से सिर्फ1 साल में होगा B.Ed देखें नए नियम?

आज हम आपको अपने आर्टिकल के माध्यम से B.Ed Course New Rules 2025 के बारे में बताएंगे जिसे NCTE की नई गाइडलाइन द्वारा बदल दिया गया है, उन सभी छात्रों के लिए यह बहुत बड़ा बदलाव देखने को हो सकता है जो अभी इस वर्ष B.Ed करने की तैयारी कर रहे हैं, ऐसा बदलाव इतिहास में पहली बार हुआ है जिसे राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (NCTE) द्वारा बदलाव किया गया है! चलिए आज हम आपको अपने आर्टिकल के माध्यम से इस नए नियम की सभी जानकारी डिटेल में बताते हैं, ताकि आपके मन में उठ रहे सभी सवालों का जवाब मिल सके बना रहे हैं हमारे साथ किस आर्टिकल को पूरा पढ़ें!

Table of Contents

आखिरकार क्यों अब B.Ed कोर्स 1 साल में करने का फैसला NCTE द्वारा लिया गया ?

शिक्षक बनने की तैयारी करने वाले पुराने और नए सभी अभ्यर्थियों के मन में यह प्रश्न जरूर से उठा होगा कि आखिरकार क्यों NCTE द्वारा B.Ed कोर्स 1 साल का करने का फैसला किया गया है, तो ऐसे लाखों अभ्यर्थियों के मन में उठ रहे सवालों का जवाब लेकर आ गए हैं हम, हमने पूरा रिसर्च किया तो हमें पता चला कि जो 2 वर्षीय B.Ed कोर्स थी और कई वर्षों से चले आ रहे , चार वर्षीय इंटीग्रेटेड कोर्सेस पर अब रोक लगा दिया गया है. इसका मुख्य कारण शिक्षा नीति में बदलाव है!

NCTE द्वारा दिए गए नवीनतम नियम जो शिक्षा मंत्री को बदल रहे हैं उनके अनुसार अब B.Ed कोर्स को ITEP कोर्स के जरिए ही वेद माना जाएगा, इसका मुख्य कारण यह है कि पूरे देश भर में चल रही फर्जी संस्थानों पर ताला लग जाएगी और शिक्षक शिक्षा की एकरूपता एक समान चलने लगेगी!

B.Ed कोर्स में NCTE द्वारा किए गए नए बदलाव (2025)

राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद (NCTE) ने हाल ही में B.Ed (बैचलर ऑफ एजुकेशन) कोर्स की संरचना में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। इन बदलावों का उद्देश्य है भविष्य के शिक्षकों को अधिक व्यावहारिक, तकनीकी और सामाजिक रूप से सक्षम बनाना। नीचे टेबल में इन प्रमुख परिवर्तनों का सारांश प्रस्तुत है:

B.Ed पाठ्यक्रम में प्रमुख बदलाव – सारांश तालिका

बदलाव का क्षेत्रनया बदलाव क्या है?
प्रैक्टिकल ट्रेनिंगअब छात्रों को ज्यादा समय स्कूलों में व्यावहारिक प्रशिक्षण देने पर जोर दिया गया है।
शिक्षण विधियांडिजिटल टूल्स, स्मार्ट क्लास और इंटरैक्टिव लर्निंग को पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है।
मूल्यांकन प्रक्रियाअब फॉर्मेटिव असेसमेंट और सतत मूल्यांकन (CCE) प्रणाली को अपनाया गया है।
सामाजिक व भावनात्मक कौशलसॉफ्ट स्किल्स, इमोशनल इंटेलिजेंस और टीमवर्क जैसे पहलुओं को पढ़ाई में शामिल किया गया है।
इंटर्नशिप अवधिअब इंटर्नशिप की अवधि लंबी और ज्यादा गहन होगी, जिससे छात्रों को असली अनुभव मिल सके।
शिक्षक-छात्र अनुपातबेहतर ध्यान देने के लिए कक्षा में शिक्षक-छात्र अनुपात में सुधार किया गया है।
सह-शैक्षिक गतिविधियांअब पाठ्यक्रम में खेल, सांस्कृतिक कार्यक्रम, और टीम प्रोजेक्ट भी अनिवार्य किए गए हैं।
स्थानीय व वैश्विक मुद्दों पर अध्ययनछात्रों को स्थानीय समस्याओं और वैश्विक शिक्षा के पहलुओं पर अध्ययन करने का मौका मिलेगा।

B.Ed कोर्स: शिक्षण विधियों और मूल्यांकन प्रणाली में नए बदलाव

नई शिक्षा नीति और तकनीकी विकास को ध्यान में रखते हुए B.Ed पाठ्यक्रम में शिक्षण विधियों और मूल्यांकन प्रणाली में भी आधुनिक बदलाव किए गए हैं। इनका मुख्य उद्देश्य है शिक्षकों को एक ऐसा माहौल देना जो नवाचार, सहभागिता और व्यावहारिकता से भरपूर हो।

शिक्षण विधियों में बदलाव – प्रमुख विशेषताएं

बिंदुविवरण
डिजिटल शिक्षा का समावेशऑनलाइन टूल्स, स्मार्ट बोर्ड और ई-लर्निंग प्लेटफ़ॉर्म को पढ़ाई में जोड़ा गया है।
प्रोजेक्ट आधारित लर्निंगछात्रों को असाइनमेंट और प्रोजेक्ट्स के माध्यम से वास्तविक अनुभव प्राप्त कराने पर जोर।
इंटरैक्टिव क्लासरूम सेशनसंवाद आधारित शिक्षण जैसे क्विज़, रोल-प्ले, और केस स्टडी अपनाई जा रही हैं।
समूह चर्चा और विचार-विमर्शछात्रों को टीम वर्क, लीडरशिप और क्रिटिकल थिंकिंग सिखाने के लिए ग्रुप डिस्कशन को बढ़ावा।

मूल्यांकन प्रक्रिया में परिवर्तन – नई प्रणाली

बदलाव का क्षेत्रनया स्वरूप
समग्र मूल्यांकन प्रणालीकेवल परीक्षा के आधार पर नहीं, बल्कि संपूर्ण विकास (पार्टिसिपेशन, प्रोजेक्ट, व्यवहार आदि) पर आधारित मूल्यांकन।
निरंतर मूल्यांकन (CCE)साल भर के विभिन्न चरणों में फॉर्मेटिव असेसमेंट, टेस्ट, और फीडबैक के माध्यम से मूल्यांकन।

साधारण कॉलेज से हटाए जाएंगे B.Ed कोर्स

जी हां आप बिल्कुल सही सुन रहे हैं अब B.Ed कोर्स साधारण कॉलेज पर नहीं चल सकते हैं, यह कोर्स केवल मल्टीडिसीप्लिनरी कॉलेजों में चलाया जा सकते हैं क्योंकि NCTE की नई गाइडलाइन्स के अनुसार अब B.Ed कोर्स केवल उन्हीं कॉलेजों में चलाए जाएंगे जिनमें मल्टीडिसीप्लिनरी संस्थान उपस्थित होंगे,मल्टीडिसीप्लिनरी संस्थान का मतलब ऐसे कॉलेज जहां पर बीएससी, बीकॉम,बीए जैसे कोर्स पढ़ाए जाते हो वहां पर हो वहीं पर B.Ed कोर्स करने की अनुमति मिलेगी और उन्हें संस्थाओं द्वारा डिग्री दी जाएगी, हो रहा है बदलाव को आने वाले 2030 तक भारत के सभी मल्टीडिसीप्लिनरी संस्थान पर लागू कर दिए जाएंगे!

B.Ed कोर्स: शिक्षा की सुधार दिशा में महत्वपूर्ण कदम

हाल ही में किए गए परिवर्तनों का उद्देश्य केवल कोर्स को अपडेट करना नहीं है, बल्कि भारत में शिक्षा की गुणवत्ता को एक नई ऊंचाई तक ले जाना है। यह बदलाव छात्रों के ज्ञान, व्यवहार और सामाजिक समझ को एक साथ विकसित करने पर केंद्रित हैं।

शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार – प्रमुख पहलू

सुधार का क्षेत्रविवरण
बेहतर शिक्षण विधियों का उपयोगअब शिक्षकों को इनोवेटिव और तकनीकी तरीकों से पढ़ाने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है।
छात्रों के समग्र विकास पर जोरकेवल अकादमिक नहीं, बल्कि शारीरिक, मानसिक और सामाजिक विकास पर भी ध्यान।
तकनीकी शिक्षा का समावेशस्मार्ट क्लास, ई-लर्निंग, वर्चुअल लैब्स जैसे आधुनिक टूल्स का प्रयोग।
सामाजिक और भावनात्मक कौशल का विकाससहानुभूति, नेतृत्व, भावनात्मक संतुलन जैसे सॉफ्ट स्किल्स को पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है।
समाज के प्रति जागरूकताछात्रों को सामाजिक समस्याओं की समझ और समाधान में भागीदारी की प्रेरणा दी जा रही है।

B.Ed कोर्स करने के लिए प्रवेश परीक्षा की प्रक्रिया में होगा नया बदलाव ITEP दिखाएगा नया रास्ता

अगर आप आने वाले वर्ष 2026 में B.Ed कोर्स की प्रवेश परीक्षा में बैठना चाहते हैं तो आपको बदले हुए नए नियम के बारे में बिल्कुल सही तरीके से जानकारी एकत्रित कर लेना चाहिए ताकि आने वाली परीक्षा में किसी प्रकार की कोई भी त्रुटि न हो जिसकी वजह से परीक्षा न छूट और नहीं आपका प्रवेश रुक इसीलिए ITEP द्वारा बताया गया नए रास्ते को जानना प्रत्येक अभिवृद्धि के लिए बहुत जरूरी है जैसा कि आप सभी लोग जानते हैं कि ITEP यानी (Integrated Teacher Education Programme) द्वारा ही अब 2026 में प्रवेश मिलेगा क्योंकि NCTE ने नए नियम में बदलाव किए हैं!

NCTE द्वारा इस बदलाव से अब 12वी पास करने वाले जितने भी अभ्यर्थी इस कोर्स को करने में 4 वर्ष लगते थे उनको बीए बीएससी के साथ भारत को कर सकते हैं तथा B.Ed कोर्स की डिग्री प्राप्त कर सकते हैं इससे शिक्षक बनने की प्रक्रिया थोड़ा अलग हो जाएगी और फर्जी वादा कम होगा, जिससे सिर्फ उन्हीं बच्चों का चयन होगा जो कठिन परिश्रम करके यहां तक आए हैं! इसकी और डिटेल में जानकारी शिक्षा से पढ़ें!

नियम बदलने के मुख्य फायदे

NCTE की नई गाइडलाइन के अनुसार शिक्षण विधियों में बदलाव लाए गए हैं, जिनमें Digital Education, Project-Based Learning, और Interactive Classroom Sessions जैसे उपाय शामिल हैं। अब छात्रों को समूह चर्चा और विचार-विमर्श के ज़रिए ज्यादा Practical Knowledge और Personality Development का मौका मिल रहा है। मूल्यांकन प्रक्रिया में बदलाव करते हुए Comprehensive Evaluation System और Continuous Assessment अपनाए गए हैं। इन बदलावों से छात्रों की Technical Skills में सुधार होगा, साथ ही वे Career Opportunities के लिए बेहतर ढंग से तैयार होंगे। यह सब मिलकर छात्रों में समाज के प्रति जिम्मेदारी की भावना भी विकसित करता है।

नए नियमों से छात्रों को होने वाले प्रमुख लाभ

लाभ का क्षेत्रविवरण
डिजिटल शिक्षापढ़ाई में अब स्मार्ट क्लास, ऑनलाइन प्लेटफॉर्म और डिजिटल टूल्स का उपयोग हो रहा है।
प्रोजेक्ट आधारित लर्निंगछात्र प्रैक्टिकल प्रोजेक्ट्स के ज़रिए ज्ञान को वास्तविक जीवन से जोड़ पा रहे हैं।
इंटरैक्टिव क्लासरूमशिक्षण अब सक्रिय सहभागिता और संवाद के माध्यम से अधिक प्रभावी हो गया है।
समूह चर्चा और विचार-विमर्शछात्रों में टीमवर्क, लीडरशिप और सोचने की क्षमता का विकास हो रहा है।
समग्र मूल्यांकन प्रणालीकेवल परीक्षा नहीं, बल्कि पूरे साल के प्रदर्शन के आधार पर मूल्यांकन किया जा रहा है।
निरंतर मूल्यांकनछात्र नियमित रूप से फीडबैक और असेसमेंट के माध्यम से अपनी प्रगति जान पा रहे हैं।
व्यावहारिक ज्ञानस्कूल इंटर्नशिप और गतिविधियों से छात्रों का Field Knowledge मजबूत हो रहा है।
व्यक्तित्व विकासSoft Skills, Communication और Confidence पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
बेहतर करियर संभावनाएंबदलावों से छात्र अब अधिक Employable और प्रोफेशनली सक्षम बन रहे हैं।
तकनीकी कौशल में सुधारछात्र Technology-Friendly और Digitally Skilled बनते जा रहे हैं।
समाज के प्रति जिम्मेदारीशिक्षा के माध्यम से छात्रों में Social Awareness और जिम्मेदारी की भावना बढ़ रही है।

निष्कर्ष:-

आज हमने अपने इस आर्टिकल में B.Ed Course New Rules 2025 के बदलाव के बारे में तथा नए नियमों की जानकारी लाभ हानि और बहुत कुछ अपडेट बताया है हमें उम्मीद है कि आपको यह जानकारी पढ़ करके, अच्छा लगा होगा और भविष्य के लिए बहुत कुछ सीखने को मिला होगा ऐसे ही जानकारी पढ़ने के लिए आप हमारी वेबसाइट पर रोजाना सकते हैं, अगर इस आर्टिकल में किसी प्रकार की कोई भी त्रुटि होती है तो उसके लिए समझ आते हैं आप हमें कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं तथा अगर आपको आर्टिकल अच्छा लगा होगा तो अपने दोस्तों के साथ भी व्हाट्सएप के माध्यम से स्टेटस और चैटिंग के जरिए शेयर कर सकते हैं!

akhilesh Roy

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