मुंगरा बादशाहपुर बाईपास: 90 करोड़ रुपये में बनेगी प्रयागराज-जौनपुर मार्ग का 4500 मीटर लंबा मुंगरा बादशाहपुर बाईपास मात्र इतने दिन में..? मिली मंजूरी..!

By akhilesh Roy

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मुंगरा बादशाहपुर बाईपास

मुंगरा बादशाहपुर बाईपास: उत्तर प्रदेश के जौनपुर में अब जल्द ही बनेगा एक नया बाईपास, जिस प्रकार उत्तर प्रदेश की वृद्धि हो रही है और इसमें नए-नए रोड का निर्माण बहुत तेजी से हो रहा है ठीक उसी प्रकार प्रयागराज जौनपुर मार्ग पर एक बाईपास की बहुत आवश्यकता थी और इसी जरूर को देखते हुए, उत्तर प्रदेश सरकार ने मुंगरा बादशाहपुर बाईपास के लिए मंजूरी दे दी है! और जल्द से जल्द इस बाईपास को बनाने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा!

National Highways Authority यानी कि राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा इसकी प्रस्तावना जारी कर दी गई है और लगभग 4500 मीटर बायपास बनाने की टेंडर प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, मीडिया रिपोर्ट न्यूज़ के अनुसार यह पता चल रहा है कि इस भाई पास को बनाने में 18 महीने का समय लगेगा और बरसात के बाद इस प्रकार शुरू कर दिया जाएगा, सरकार द्वारा इस बाईपास को बनाने में तकरीबन 90 करोड रुपए की लागत बताई गई है चलिए आज हम आपको अपने इस आर्टिकल के माध्यम से इसमें होने वाले सभी अपडेट की जानकारी डिटेल में बताते हैं!

मुंगरा बादशाहपुर बाईपास की संक्षिप्त जानकारी

कार्यमुख्य बिंदु
परियोजना स्वीकृतिउत्तर प्रदेश के जौनपुर में प्रयागराज-जौनपुर मार्ग पर नया Two-Lane Bypass बनाया जाएगा
वित्तीय अनुमोदनNHAI (राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) द्वारा 90 Crore Rupees की लागत से परियोजना को मंजूरी मिली
निर्माण विवरण4500 Meter लंबा बाईपास बनाया जाएगा जो 18 Months में पूरा होगा
समस्या समाधानRailway Crossing पर होने वाले Traffic Jam की समस्या का समाधान होगा
भूमि अधिग्रहण800 Farmers से 15 Hectares जमीन का Land Acquisition किया गया है
यात्री संख्याप्रतिदिन 20-25 Thousand यात्री इस मार्ग का उपयोग करते हैं
ठेकेदार नियुक्तिDMR Private Limited Builders को निर्माण कार्य सौंपा गया है
रोजगार सृजनLocal Workers और Skilled Laborers के लिए Employment के नए अवसर मिलेंगे
कामगार आवश्यकता150-200 Workers की आवश्यकता होगी, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा
व्यावसायिक विकासबाईपास के बाद Shops, Petrol Pumps, Dhabas आदि Commercial Services की मांग बढ़ेगी
मुंगरा बादशाहपुर बाईपास

प्रयागराज-जौनपुर सीमा पर बनेगा टू-लेन बाईपास, मिलेगा जाम से राहत

उत्तर प्रदेश में तो बहुत सारे नेशनल हाईवे का निर्माण हो रहा है ठीक उसी प्रकार अब उत्तर प्रदेश के बहुत ही लोकप्रिय शहर प्रयागराज और जौनपुर के बीच टू-लेन बाईपास निर्माण होने जा रहा है जिसमें प्रयागराज और जौनपुर Border क्षेत्र में स्थित Railway Crossing के बंद हो जाने पर अक्सर दो और चार पहिया वाहन चालकों को भारी Traffic Jam का सामना करना पड़ता है। इस Problem को लेकर वर्षों से स्थानीय लोग टू-लेन Bypass बनाने की Demand कर रहे थे ताकि आमजन को राहत मिल सके।

सरकार ने जन सुविधाओं को प्राथमिकता देते हुए इस महत्वपूर्ण Infrastructure प्रोजेक्ट को Approval दे दी है। अब जल्द ही इस Project पर काम शुरू होगा जिससे लोगों को जाम की समस्या से हमेशा के लिए Freedom मिल सकेगी। यह कदम क्षेत्रीय विकास की दिशा में एक बड़ा प्रयास माना जा रहा है। इस टू-लेन बाईपास निर्माण होने के वजह से जौनपुर और प्रयागराज जाने वाली यात्रियों को बहुत सुविधा मिलेगी और उनको लंबे जाम में फंसने से छुटकारा मिलेगा!

प्रयागराज-जौनपुर सीमा पर 90 करोड़ की लागत से बनेगा बाईपास, जनता को मिलेगी राहत

जब किसी भी बाईपास का निर्माण होता है तो वहां पर बहुत बड़ी हाईवे होती है और हाईवे के वजह से स्थानीय लोगों को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता है और बहुत ज्यादा एक्सीडेंटल केस देखने को मिलते हैं, ऐसे में इस परेशानी का एक ही उपाय है कि वहां पर एक बाईपास टू-लेन बाईपास का निर्माण करा देना चाहिए प्रयागराज-जौनपुर सीमा पर बनने वाले टू-लेन Bypass के निर्माण पर करीब 90 Crore Rupees की लागत आएगी। इस परियोजना को लगभग One and a Half Years में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए लगभग 800 Farmers से करीब 15 Hectares जमीन का Land Acquisition किया गया है, जिससे निर्माण कार्य को सुचारू रूप से आगे बढ़ाया जा सके।

NHAI यानी कि राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा के एक अधिकारी के अनुसार, इस मार्ग से प्रतिदिन करीब 20 to 25 Thousand People दो पहिया और चार पहिया Vehicles से सफर करते हैं। बाईपास के निर्माण से न केवल यात्रियों को Traffic Relief मिलेगा बल्कि क्षेत्रीय नागरिकों को भी बेहतर Connectivity और समय की बचत का लाभ मिलेगा। प्रयागराज जौनपुर सीमा बॉर्डर पर तकरीबन 20 से 25000 यात्री हर रोज लंबे ट्रैफिक में फंसे रहते हैं और जब इस बाईपास का इंफ्रास्ट्रक्चर कंप्लीट तैयार हो जाएगा तो यहां पर जाम लगने की संभावना कोई नहीं होगी!

प्रयागराज-जौनपुर रूट को जाम से मिलेगी राहत, 4500 मीटर लंबा बाईपास 18 माह में होगा तैयार

लोगों के मन में हमेशा यह शंका रहती है कि बादशाहपुर क्षेत्र में जो हाईवे बन रहा है वह कब तक बनकर कंप्लीट होगा तो उनके जानकारी के लिए हम बताना चाहते हैं कि इसको बढ़ाने में तकरीबन 18 महीने का समय लगेगा और यह तकरीबन 4500 मीटर लंबा हो सकता है! प्रयागराज से जौनपुर के बीच सड़क मार्ग से सफर करने वालों के लिए राहत भरी खबर है। मुंगरा बादशाहपुर क्षेत्र में जाम की समस्या को खत्म करने के लिए 4500 Meter लंबा Bypass बनाया जाएगा। इस परियोजना की Tender Process राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) द्वारा पूरी कर ली गई है। एक माह के भीतर निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।

NHAI के प्रबंधक Ayush Tiwari ने बताया कि बाईपास निर्माण का कार्य DMR Private Limited Builders को सौंपा गया है। निर्माण शुरू होने के बाद 18 Months के भीतर काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इस परियोजना पर लगभग 90 Crore Rupees की लागत आएगी। बाईपास बनने के बाद मुंगरा बादशाहपुर क्षेत्र में लगने वाले भीषण Traffic Jam से लोगों को बड़ी राहत मिलेगी और इस मार्ग से सफर पहले की तुलना में अधिक Smooth और तेज़ होगा।

मुंगरा बादशाहपुर बाईपास निर्माण से कैसे बढ़ेगा रोजगार का अवसर देखें जानकारी..?

उत्तर प्रदेश में जब कोई भी सड़क का निर्माण होता है तो, जिस भी कंपनी को कांटेक्ट मिलता है वह कंपनी स्थानीय लोगों यानी की लोकल लोगों को वहां पर कार्य के लिए रख लेती है इससे लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होते हैं ! बाईपास निर्माण के दौरान बड़ी संख्या में Local Workers और Skilled Laborers की आवश्यकता होगी, जिससे क्षेत्रीय लोगों को Employment के नए अवसर मिलेंगे। निर्माण से जुड़ी कंपनियां Machine Operators, Engineers, Construction Supervisors और Material Suppliers को हायर करेंगी। इससे न सिर्फ स्थानीय युवाओं को काम मिलेगा, बल्कि उनका Work Experience भी बेहतर होगा।

बाईपास बनने के बाद इसके आसपास Shops, Petrol Pumps, Dhabas और अन्य Commercial Services की मांग बढ़ेगी, जिससे नए Business Opportunities सामने आएंगे। इससे न केवल Self-Employment को बढ़ावा मिलेगा बल्कि क्षेत्र की Economic Growth को भी रफ्तार मिलेगी। स्थानीय लोग छोटे-मोटे व्यवसाय शुरू कर अपनी आय बढ़ा सकेंगे। अगर यहां पर भी कोई कंपनी लोकल लोगों को अपने कार्य के लिए रखती है तो तकरीबन 150 से 200 मजदूर की आवश्यकता होगी!

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akhilesh Roy

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